BA Semester-5 Paper-2 Physical Education - Kinesiology and Biomechanics in Sports - Hindi book by - Saral Prshnottar Group - बीए सेमेस्टर-5 पेपर-2 शारीरिक शिक्षा - खेलों में पेशीगति विज्ञान एवं जैव यान्त्रिकी - सरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीए सेमेस्टर-5 पेपर-2 शारीरिक शिक्षा - खेलों में पेशीगति विज्ञान एवं जैव यान्त्रिकी

सरल प्रश्नोत्तर समूह

प्रकाशक : सरल प्रश्नोत्तर सीरीज प्रकाशित वर्ष : 2023
पृष्ठ :180
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 2806
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बीए सेमेस्टर-5 पेपर-2 शारीरिक शिक्षा - खेलों में पेशीगति विज्ञान एवं जैव यान्त्रिकी - सरल प्रश्नोत्तर

प्रश्न- बल के सिद्धान्त से आप क्या समझते हैं? बल के सामान्य सिद्धान्त की विवेचना कीजिए।

अथवा
बल और उसका प्रयोग खेल क्रियाओं में किया जाता है। उदाहरण सहित समझाइए।

उत्तर -

बल के सिद्धान्त

बल के विकास की आवश्यकतानुसार ऐसे सिद्धान्तों का सृजन हुआ है, जो कि सभी प्रकार की क्रियाओं में समान रूप से लागू होते हैं। अधिकांश सिद्धान्त इसी अवधारणा पर आधारित हैं कि इनका उद्देश्य सर्वाधिक बल उत्पादन है। हाँकी की गेंद पर प्रहार करना, फुटबॉल को दूसरे खिलाड़ी को पास करना ऐसे उदाहरण हैं, जिनमें सर्वाधिकतम बल की आवश्यकता पड़ती है। बल के सिद्धान्तों को निम्नलिखित चार वर्गों में समूहीकृत किया गया है-

(1) सामान्य सिद्धान्त
(2) आत्मनिर्मित एवं अन्य सकारात्मक बल
(3) पर्यावरण सम्बन्धी बल
(4) बल का बिखराव

बल के समान्य सिद्धान्त 

प्रहारक क्रियाओं में प्रहारक का अंतिम संवेग ही महत्त्वपूर्ण कारक होता है। फेंकने की क्रियाओं में अंतिम वेग मुख्य कारक है। चलित गतिशील क्रियाओं में मुख्य कारक औसत वेग होता है क्योंकि इनमें उद्देश्य दूरी को न्यूनतम समय में पूरी करना होता है। विरामावस्था या गति की अवस्था में शरीर पर क्रियाशील मांसपेशी तथा गुरुत्व बल के सहयोग से ही मानव गति प्राप्त होती है। यदि बल प्रयोग के पूर्व ही के शरीर में उचित दिशा में संवेग रहता है, तो बल अधिक प्रभावी होता है।

सम्पूर्ण बल का सिद्धान्त - यदि बलों का प्रयोग एक ही दिशा में तथा उचित क्रम में सही स्थान पर किया जाये, शरीर के प्रत्येक अंग या भाग के योग से प्राप्त बलों को सम्पूर्ण बल कहेंगे।

उदाहरण 1 - गेंद को मुक्त करते समय फेंकी गई गेंद उस वेग से यात्रा कर रही होती हैं, जो कि शरीर की समस्त क्रियाओं के योग के बराबर योग से चलती है।

उदाहरण 2 - मुक्त होने के समय समस्त बलों के सम्मिलित वेग के बराबर वेग से वस्तु यात्रा करती है। इसमें बल में गतिशीलता का रेखीय घूर्णन सम्पूर्ण शरीर का घूर्णन, चालन तथा प्रक्षेपण क्रिया में संलग्न कोणीय चालन भी सम्मिलित होता है। किसी भी विस्फोटक क्रिया के लिए पिछले बल के शिखर बिन्दु पर अगले बल के वेग के लिए प्रयोग करना चाहिए। इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए विशिष्ट क्रियाओं सर्वाधिक समन्वय की आवश्यकता होती है। यदि दूसरे बल का प्रयोग विलम्ब करके होता है, प्रथम बल से प्राप्त संवेग का ह्रास होता है। यदि द्वितीय बल का उपयोग बहुत जल्द किया जाता है, वह इन दोनों बलों का सम्पूर्ण प्रभाव कम कर देता है।

बल का नियत प्रयोग - बल का प्रयोग नियत तथा यथासम्भव एक समान होना चाहिए। जिससे कि जल या वायु अवरोध तथा गुरुत्व के दबाव को दूर करने के लिए सर्वाधिक बल का उपयोग हो सके तथा जड़त्व को पार करने के लिए न्यूनतम बल का उपयोग हो।

उदाहरण - एक लम्बी दूरी की दौड़ का धावक या तैराक अधिक कुशलता एवं मितव्ययता से क्रिया करता है। यदि बल का सरलता से प्रयोग करते हुए नियत चाल से दौड़ता रहता है जिससे कि जड़त्व को पार करने के लिए न्यूनतम मात्रा में ऊर्जा का उपयोग होता है।

बल प्रयोग की दिशा - सामान्यतः सभी बलों का चाहे गये वेग की रेखा में सीधे ही यथासम्भव प्रयोग करना चाहिए अन्य दिशा में प्रयोग किये बल या तो वांक्षित दिशा में गति को मंद करते हैं या परिणामस्वरूप ऊर्जा का अपव्यय करता है।

उदाहरण - एक धावक जो प्रत्येक कदम पर पंजों को बाहर की दिशा में करके दौड़ता है, कभी भी अपने बलों का उपयोग सीधा सामने आगे दौड़ने में नहीं कर सकता। इससे उस पैर का केवल एक भाग का ही उपयोग होता है, तथा कुछ वे मांसपेशियाँ जो मदद कर सकती हैं प्रभावहीन हो जाती हैं।

बल प्रयोग की दूरी - यदि किसी शरीर पर एक नियत बल का प्रयोग होता है, तो वेग भी नियत होता है, लेकिन ज्यों ही बल प्रयोग की दूरी में वृद्धि होती है, शरीर में अधिक वेग विकसित होता है।

उदाहरण - यदि गोला फेंकने वाला एथलीट फेंकना प्रारम्भ करते समय बाजू के बजाय पीठ को फेंकने की दिशा में रखता है, उसे बल प्रयोग के लिए एक-चौथाई घुमाव का बल का अतिरिक्त लाभ मिलता है। यही डिस्कस थ्रो में भी लागू होता है।

अनेक और विविध बल का सिद्धान्त - जब दो या दो से अधिक बल एक शरीर पर प्रयोग होते हैं या दो या दो से अधिक बल एक-दूसरे पर क्रियाशील होते हैं इसके परिणामस्वरूप क्रिया का निर्धारण बलों की दिशा तथा उनकी मात्रा एवं विशालता के आधार पर होता है। यदि दो बल एक समान समान्य दिशा में क्रियाशील होते हैं। इसके परिणामस्वरूप उत्पन्न बल की दिशा उनके मध्य में ही कहीं होगी तथा इसके फलस्वरूप प्राप्त बल इसमें से किसी से भी अधिक मात्रा में होगा न कि दोनों बलों का संयुक्त योगदान।

उदाहरण - ऊँची या लम्बी कूद में उछाल लेते समय शरीर की सिकुड़ने की दिशा शरीर को कूदने के लिए तैयार बनाने के लिए की जाती है। जिससे कि शरीर लम्ब स्वरूप बल प्रयोग कर सके। क्षितिज संवेग को कम किये बगैर जो कि पहुँच दौड़ में विकसित हो चुका है। क्षैतिज एवं लम्बवत् बलों दोनों का सापेक्ष योगदान चर ही उड़ान की दिशा एवं विशालता की मात्रा निर्भर करेगी।

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    अनुक्रम

  1. प्रश्न- किन्सियोलॉजी (Kinesiology) क्या है? इसके लक्ष्य एवं उद्देश्यों का वर्णन कीजिए।
  2. प्रश्न- पेशीय विज्ञान के सिद्धान्त एवं लाभ का वर्णन कीजिए।
  3. प्रश्न- अंग संचालन विज्ञान से आप क्या समझते हैं? इसकी आवश्यकता एवं महत्त्व को स्पष्ट कीजिए।
  4. प्रश्न- किन्सियोलॉजी पर संक्षिप्त टिप्पणी कीजिये।
  5. प्रश्न- शारीरिक शिक्षा में किनिसियोलॉजी की भूमिका स्पष्ट कीजिये।
  6. प्रश्न- पेशीय विज्ञान का शारीरिक शिक्षा में लाभ क्या है? स्पष्ट कीजिये।
  7. प्रश्न- पेशियों की भूमिका से क्या समझते हैं? स्पष्ट कीजिये।
  8. प्रश्न- पेशीय विज्ञान (गतिविज्ञान) से क्या समझते हो? स्पष्ट कीजिये।
  9. प्रश्न- पेशियों का विकास किन सिद्धान्तों को ध्यान में रखकर किया जाता है? प्रकाश डालिए।
  10. प्रश्न- अंग संचालन विज्ञान की आवश्यकता एवं महत्त्व का वर्णन कीजिए।
  11. प्रश्न- आधारभूत गतियों को विस्तार से स्पष्ट कीजिए।
  12. प्रश्न- शारीरिक शिक्षा में गति के नियम व उनका शारीरिक क्रियाओं में उपयोग स्पष्ट कीजिए।
  13. प्रश्न- आधारीय गतियों को समझाइए।
  14. प्रश्न- गति विज्ञान के नियम का वर्णन कीजिए।
  15. प्रश्न- प्रतिक्रिया एवं संवेग के नियम का उल्लेख कीजिए।
  16. प्रश्न- गुरुत्व केन्द्र व गुरुत्व रेखा पर टिप्पणी लिखिये।
  17. प्रश्न- अक्ष एवं तल पर टिप्पणी लिखिये ?
  18. प्रश्न- शारीरिक क्रियाओं के उदाहरण के साथ परिभाषाएँ लिखिये। अथवा स्तर पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
  19. प्रश्न- अक्ष या धुरी पर टिप्पणी लिखिये।
  20. प्रश्न- अक्ष और तल में क्या संबंध है ? इनका उपयोग किसलिये होता है?
  21. प्रश्न- तल कितने प्रकार का होता है?
  22. प्रश्न- अक्ष को अन्य किस नाम से जानते हैं ? इसके प्रकार बताइए।
  23. प्रश्न- शरीर में पाये जाने वाली संधियों का सचित्र वर्णन कीजिए।
  24. प्रश्न- मांसपेशी से आप क्या समझते हैं? मांसपेशियों के प्रकार का वर्णन कीजिए।
  25. प्रश्न- अस्थि पिंजर पेशियों के वर्गीकरण का वर्णन कीजिए।
  26. प्रश्न- सारटोरिअस और क्वाड्रीसेप्स पेशियों पर संक्षिप्त टिप्पणी कीजिए।
  27. प्रश्न- मानव शरीर की किन्हीं दो माँसपेशियों का चित्र बनाकर खेलों में उनकी कार्यप्रणाली को समझाइए।
  28. प्रश्न- सन्धियों की गति की संक्षिप्त विवेचना कीजिये।
  29. प्रश्न- स्थिर जोड़ तथा मामूली हिलन योग्य जोड़ पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिये।
  30. प्रश्न- पेशीय संकुचन से आप क्या समझते हैं? स्पष्ट कीजिये।
  31. प्रश्न- डेल्टाइड पेशी पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
  32. प्रश्न- निम्नलिखित मांसपेशीय के समीपस्थ एवं दूरस्थ जोड़ लिखिए -(i)बाईसेप्स, (ii)हैमस्ट्रिंग, (iii) गैस्ट्रोनोमिनिस।
  33. प्रश्न- मांसपेशी के समीपस्थ एवं दूरस्थ जोड़ लिखिए।
  34. प्रश्न- माँसपेशीय संकुचन को वर्गीकृत कीजिये।
  35. प्रश्न- ऐच्छिक माँसपेशियों के महत्वपूर्ण तत्व और कार्यविधि का वर्णन कीजिये।
  36. प्रश्न- अनैच्छिक मांसपेशियों के प्रमुख तत्वों का वर्णन कीजिये।
  37. प्रश्न- हृदय के मुख्य तत्व कौन-से हैं ? इसके मुख्य कार्य संक्षेप में बताये।
  38. प्रश्न- ऐच्छिक पेशी और अनैच्छिक पेशी में क्या अन्तर है ?
  39. प्रश्न- ऐच्छिक पेशी और अनैच्छिक पेशी और हृदय पेशी में क्या अन्तर हैं स्पष्ट कीजिये ?
  40. प्रश्न- मानव शरीर का माँसपेशी सिस्टम क्या है ? इसका वर्गीकरण कीजिये।
  41. प्रश्न- ऊपरी अग्रांग ( Upper Extremity) से आप क्या समझते हैं ? संक्षिप्त व्याख्या कीजिये।
  42. प्रश्न- निचले अग्रांग की सम्पूर्ण शृखंला को समझाये। इसका विस्तार से उल्लेख कीजिये।
  43. प्रश्न- कन्धे के जोड़ (Shoulder Joints) से आप क्या समझते हैं ?
  44. प्रश्न- एल्बो ज्वाइंट (कोहनी के जोड़) से आपका क्या अभिप्राय है संक्षेप में बताये?
  45. प्रश्न- गर्दन की गतिविधियाँ संरचना पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखे।
  46. प्रश्न- मानव शरीर में धड़ का क्या महत्व है ?
  47. प्रश्न- कूल्हे का जोड़ (Hip Joint) पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिये-
  48. प्रश्न- घुटने के जोड़ की संरचना समझाये।
  49. प्रश्न- कुहनी के जोड़ से आपका क्या अभिप्राय है?
  50. प्रश्न- न्यूटन के गति विषय नियम की उदाहरण सहित व्याख्या कीजिए।
  51. प्रश्न- चाल के न्यूटन के सिद्धान्तों को समझाइए एवं उदाहरण सहित इन सिद्धान्तों की खेलकूद में उपयोगिता बताइए।
  52. प्रश्न- न्यूटन के गति के तीसरे नियम को उदाहरण सहित समझायें।
  53. प्रश्न- क्रिया-प्रतिक्रिया के नियम का उल्लेख कीजिए।
  54. प्रश्न- त्वरण के नियम सम्बन्धी सिद्धान्तों का वर्णन कीजिए।
  55. प्रश्न- न्यूटन के प्रथम नियम (जड़त्व का नियम) पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिये
  56. प्रश्न- न्यूटन के गति के नियम से क्या अभिप्राय है ?
  57. प्रश्न- घर्षण का अर्थ और प्रकार का वर्णन कीजिये।
  58. प्रश्न- बल से आप क्या समझते हैं? खेल कौशल प्रदर्शित करते समय बल का प्रभावी उपयोग किस प्रकार किया जा सकता है? उदाहरण सहित समझाइये।
  59. प्रश्न- घर्षण बल से आप क्या समझते हैं? खेलकूद में घर्षण के सिद्धान्तों का प्रयोग स्पष्ट कीजिए।
  60. प्रश्न- खेल खिलाड़ियों में बल और बल आघूर्ण के महत्त्व को बताइए।
  61. प्रश्न- बल से आप क्या समझते हैं ? बल के प्रकारों की व्याख्या करते हुए खेलों में इसका प्रभावी उपभोग किस प्रकार किया जा सकता है ?
  62. प्रश्न- बल की परिभाषा दीजिए। बल के प्रभाव तथा स्त्रोतों का वर्णन कीजिए।
  63. प्रश्न- बल के सिद्धान्त से आप क्या समझते हैं? बल के सामान्य सिद्धान्त की विवेचना कीजिए।
  64. प्रश्न- बल का मात्रक क्या है? उल्लेख कीजिए।
  65. प्रश्न- अभिकेन्द्रीय बल से आप क्या समझते हैं? स्पष्ट कीजिए।
  66. प्रश्न- अपकेन्द्रीय बल पर टिप्पणी लिखिये।
  67. प्रश्न- चुम्बकीय बल या दबाव के बल पर प्रकाश डालिए।
  68. प्रश्न- अपकेन्द्रित बल के सिद्धान्त का उल्लेख कीजिए।
  69. प्रश्न- उत्तोलक को परिभाषित करते हुए वर्गीकरण कीजिए और उचित उदाहरण की सहायता से खेल में इसके उचित उपयोग को बताइए।
  70. प्रश्न- उत्तोलन दण्ड की कृतियों की विवेचना कीजिए।
  71. प्रश्न- "मानव शरीर एक उत्तोलक के रूप में कार्य करता है "इस कथन से आप कहाँ तक सहमत हैं?
  72. प्रश्न- लीवर की यांत्रिक सहायता पर टिप्पणी लिखिये।
  73. प्रश्न- खेल उपकरण का लीवर के रूप में उपयोग बताइये।
  74. प्रश्न- प्रथम श्रेणी के उत्तोलक की परिभाषा दीजिए।
  75. प्रश्न- उत्तोलक की भुजा व प्रकार लीजिए।
  76. प्रश्न- Ist क्लास लीवर और III rd क्लास लीवर पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिये।
  77. प्रश्न- उत्तोलक से क्या अभिप्राय है। यह कितने प्रकार का होता है ?
  78. प्रश्न- सरल मशीन से क्या अभिप्राय है? यह कितने प्रकार की होती हैं?
  79. प्रश्न- उत्तोलक (लीवर) का मानव शरीर में क्या प्रयोग है?
  80. प्रश्न- शुद्ध गतिकी में चाल, वेग, त्वरण, दूरी और विस्थापन को परिभाषित कीजिये
  81. प्रश्न- गतिकी से संबंधित प्रमुख तथ्य कौन-से हैं ?
  82. प्रश्न- आदिश और सदिश राशि से आप क्या समझते हैं ? दोनों में अन्तर बताये।
  83. प्रश्न- शारीरिक क्रियाओं में त्वरण एवं संवेग को उदाहरण सहित स्पष्ट कीजिये।
  84. प्रश्न- निम्नलिखित में से किन्हीं दो के बारे में लिखिये। (i) त्वरण (ii) वेग
  85. प्रश्न- जीव यांत्रिकी के अर्थ और क्षेत्र का विस्तापूर्वक वर्णन कीजिए।
  86. प्रश्न- संवेग एवं त्वरण पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिये। अथवा त्वरण पर टिप्पणी लिखिये।
  87. प्रश्न- खेलों के प्रदर्शन का मूल्यांकन क्या है? स्पष्ट कीजिये।
  88. प्रश्न- द्रव्यमान एवं भार पर टिप्पणी लिखिये।
  89. प्रश्न- शुद्ध गतिकी से आप क्या समझते हैं ?
  90. प्रश्न- शुद्ध गतिकी विज्ञान में रेखीय वेग और कोणीय वेग से आप क्या समझते हैं ?
  91. प्रश्न- दूरी और विस्थापन में अन्तर बताये ?
  92. प्रश्न- चाल और वेग में क्या अन्तर है?
  93. प्रश्न- "विराम के जड़त्व के नियम से आप क्या समझते हैं ?
  94. प्रश्न- गति के जड़त्व से आप क्या समझते हैं ?
  95. प्रश्न- त्वरण के नियम से आपका क्या अभिप्राय है ? इसे अन्य किस नाम से जाना जाता है?
  96. प्रश्न- शुद्ध गतिकी विज्ञान में किसका अध्ययन किया जाता है ?
  97. प्रश्न- जैव- यांत्रिकी का क्षेत्र स्पष्ट कीजिए।
  98. प्रश्न- गतिज विज्ञान में सन्तुलन से आप क्या समझते हैं? इसके सिद्धान्त और प्रकारों का वर्णन कीजिये?
  99. प्रश्न- बल कितने प्रकार का होता है ? यह वस्तुओं को किस प्रकार प्रभावित करता है ?
  100. प्रश्न- गति विज्ञान की आवश्यकता एवं महत्त्व को स्पष्ट कीजिये।
  101. प्रश्न- पेशीय गति विज्ञान का शारीरिक शिक्षा एवं खेल में महत्त्व स्पष्ट कीजिए।
  102. प्रश्न- ऊर्जा किसे कहते हैं ? ऊर्जा के प्रकार बतायें।
  103. प्रश्न- गुरुत्व केन्द्र से क्या अभिप्राय है ?
  104. प्रश्न- मानव शरीर में गुरुत्व केन्द्र पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखे।
  105. प्रश्न- खेलों में गुरुत्व केन्द्र की क्या आवश्कता है ?
  106. प्रश्न- बल और संवेग में क्या अन्तर है ?
  107. प्रश्न- सन्तुलित बल और असन्तुलित बल में क्या अन्तर है ?
  108. प्रश्न- गतिज विज्ञान (Kinetics) के अन्तर्गत प्रमुख रूप से किसका अध्ययन किया जाता है?
  109. प्रश्न- 'कोणीय चाल' और 'कोणीय वेग' पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिये।
  110. प्रश्न- कोणीय त्वरण क्या है ? इसका सूत्र का उल्लेख कीजिये ?
  111. प्रश्न- गतिज विज्ञान (Kinetics) से आप क्या समझते हैं?
  112. प्रश्न- रेखित गति से आपका क्या अभिप्राय है ?
  113. प्रश्न- कोणीय संवेग क्या है ?
  114. प्रश्न- द्रव्यमान (Mass) से आप क्या समझते हैं?
  115. प्रश्न- वजन (Weight) पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखे।
  116. प्रश्न- बल से आप क्या समझते हैं ?
  117. प्रश्न- गति से आपका क्या अभिप्राय है?
  118. प्रश्न- दबाव से आप क्या समझते हैं?
  119. प्रश्न- (Kinetics) और (Kinematics) में क्या अन्तर हैं ? स्पष्ट कीजिये ?
  120. प्रश्न- गति विज्ञान के नियम बताइए।

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